ख्वाब सच्चे अब आते नहीं हैं माँ के बोल अब रुलाते नहीं हैं। ख्वाब सच्चे अब आते नहीं हैं माँ के बोल अब रुलाते नहीं हैं।
हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ... हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ...
एक बात जान लो, जब गिरोगे नहीं जीवन में फिर तुम उठोगे कैसे..? एक बात जान लो, जब गिरोगे नहीं जीवन में फिर तुम उठोगे कैसे..?
कुछ खो गया तो घबराना क्या ठीक वहीँ मिलेगा जो जहाँ रखा है कुछ खो गया तो घबराना क्या ठीक वहीँ मिलेगा जो जहाँ रखा है
हाथ किसी से नहीं मिलाना है, चेहरे पर हाथ नहीं लगाना है, हाथ किसी से नहीं मिलाना है, चेहरे पर हाथ नहीं लगाना है,
जीव का भी जब अंत आता, जाकर परमात्मा में मिल जाता। जीव का भी जब अंत आता, जाकर परमात्मा में मिल जाता।